UPSC Topper Engineer हीं क्यों ?
Upsc:- जैसा कि हमलोग जानते हैं UPSE भारत का सबसे कठिन परीक्षा हैं। जिसको पास करने में विधार्थी को कई साल लग जाते हैं। कुछ बच्चे इसको निकाल पाते हैं तो कुछ इसी चक्की में पीस जाते हैं। Upse एक ऐसा परीक्षा है जिसको देते देते लोगों का आधा आयु निकाल जाता हैं। अब सवाल आता हैं कि
UPSC Topper Engineer हीं क्यों ?
विगत वर्षों में देखा गया है कि Union Public Service Commission में पास होने वाले विधार्थीयो में इंजीनियर कि संख्या बहुत ज्यादा हैं। और UPSC में टॉप करने वाले इंजीनियर हीं हैं। ऐसा क्यों है कि engineer हीं upsc में टॉप करता हैं।
इसके पीछे इंजीनियर का बहुत बड़ा त्याग होता हैं। जब विधार्थी अपनी दशवी कक्षा से एगारहवी कक्षा में नामांकन करवाता है, तब हीं उनलोगों को लक्ष्य फिक्स हो जाता हैं। और वो उसी हिसाब से अपना – अपना विषय चुनता हैं। वही जो विधार्थी भविष्य में इंजीनियर बनना चाहता हैं। वो गणित लेता हैं। इसके साथ – साथ वो अपने मन में ये भी योजना बना लेते हैं कि उनको भविष्य में खूब मेहनत करना है। इसी समय से उनके अंदर मेहनत करने कि चिंगारी लग जाती हैं। इसी बीच उनलोगों को भारत का दूसरा सबसे कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता हैं। जिसको हम आईआईटी कहते है। वो लोग इस परीक्षा के तैयारी करते समय हीं अपने अंतर से कोई भी परीक्षा का डर हटा लेते हैं।
जब वो कहीं इंजीनियरिंग में अड्मिशन लेते हैं तो उनलोगों का मेहनत करने कि जजवा लगा हुआ रहता है। जो विधार्थी भविष्य में इंजीनियर बनना चाहता है वो अपने इंजीनियरिंग का पढ़ाई करने लगते हैं। लेकिन जिनको UPSC में आना होता है वो आ जाता हैं। और अपने मेहनत के तजुर्वे को खूब इस्तेमाल करता है।अंतिम – अंतिम तक इंजीनियर कहीं न कहीं टॉप करते है या सबसे ज्यादा सिलेक्शन इंजीनियर को हीं हो जाता हैं।
- इंजीनियर के बारें में हमेशा कहा जाता है कि एक इंजीनियर चपरासी भी हो सकता हैं और IAS भी। अगर भाग ठीक – ठाक रहा तो वो इंजीनियर भी बन सकता हैं ।
- एक इंजीनियर कुछ भी कर सकता है। कुछ भी मतलब कुछ भी
- इंजीनियरिंग करने से पहले वो उसने झेला होता हैं। वो हमेशा उसको काम आता है।
I am also an engineer.😍😍
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